जब भी कभी लोग कहते हैं कि शर्माओ मत, अरे अब बता भी दो, कितना टाइम लगाओगे, बहुत शर्माती हो तुम... इन सभी बातों से मुझे गुस्सा आता है क्योंकि अगर मैं शर्माती तो मैं खुद से किसी लड़के को प्रपोज कैसे करती भला... हां काफी हिम्मत चाहिये होती है ये सब कहने के लिए। कई लड़कों ने प्रपोज किया लेकिन वो बात उनमें नहीं थी जो बात मुझे उस में दिखी जिसे मैंने पसंद किया ... हां कभीकभी यह सोच कर डर लगता कि उससे दूर जाना कितना मुश्किल होगा, क्योंकि पहले से ही तय कर लिया कि दूर होना ही है। इसमें कुछ नहीं किया जा सकता। यह जो लड़की शर्माती ना थी, नाक पर हमेशा गुस्सा भरा रहता था वो सोचने पर मजबूर हो गई की आखिर कमी कहां पर है मुझमें या उसमें। पता है आज बहुत तेज सिर दर्द हो रहा है और जब भी सिर दर्द होता है ना तो मैं लिखना शुरू कर देती हूं। लिखने से आराम जो मिलता है तो सोचा कि आज अपनी ही कहानी लिख दी जाए। मेरी जिंदगी भी न जाने क्या क्या साबित करने में लगी है। किसी समय में स्कूल में सबसे डिसिप्लिन लड़की हुआ करती थी और आज खुद की जिंदगी में सब कुछ बिखरा हुआ है। डिसिप्लिन शब्द गायब है। अरे लड़...